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suryavedi
सोमवार, 23 जून 2014
अशोक सूर्यवेदी
शब्द शब्द मेरा है जी अंगारों के अंश में ,
मैं पला बढ़ा हुआ हूँ खंगारों के वंश में !!
गुरुवार, 19 जून 2014
उम्मीदों का गाँव हैं पापा
बरगद वाली छाँव हैं पापा ,
अंगद वाला पाँव हैं पापा !
जहाँ हसरतें पूरी होतीं ,
उम्मीदों का गाँव हैं पापा ....!
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